tag:blogger.com,1999:blog-1878741599429653008.post3395735659293080053..comments2024-03-04T16:14:25.979+05:30Comments on chavanni chap (चवन्नी चैप): भाषा से भाव बनता है: अमिताभ बच्चनchavannichaphttp://www.blogger.com/profile/11234137563285061161noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1878741599429653008.post-47524141445677530362016-06-06T11:29:10.464+05:302016-06-06T11:29:10.464+05:30कितना कुछ सीखते हैं हम आप के लेखों से।।
धन्यवाद सर...कितना कुछ सीखते हैं हम आप के लेखों से।।<br />धन्यवाद सर। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01331786982733549369noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1878741599429653008.post-85503816034285384152013-01-31T01:47:33.981+05:302013-01-31T01:47:33.981+05:30The best collection bollywood scandals @ Bollywood...The best collection bollywood scandals @ <a href="http://merocyber.blogspot.com/" rel="nofollow">Bollywood Scandals</a>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05968850456958616804noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1878741599429653008.post-74340662728024628702011-12-11T19:30:04.556+05:302011-12-11T19:30:04.556+05:30हिन्दी साहित्य में डा० हरिवंश राय बच्चन का नाम इति...हिन्दी साहित्य में डा० हरिवंश राय बच्चन का नाम इतिहास के पन्नों में खूबसूरत अछरोमें हमेशा याद किया जाएगा उनकी कविताएँ उनके भावना संसार की उच्च चेतनावस्था के अव्यक्त संसार का परिचय देती हैं,और आत्मकथा उनके पूरेजीवन व्रत से रुब - रु कराती है ,उन्हें पड़ने के बाद कहना होगा -आत्मकथा लिखने का अर्थ है -अपने जीवन के भीतर -बाहर के सभी पहलूओं की -व्याख्या कर स्वय द्वारा स्वय की चीड -फाड़ करना ? इन अर्थो Seema Singhhttps://www.blogger.com/profile/12764331133052488815noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1878741599429653008.post-87096444828989428902008-12-12T18:05:00.000+05:302008-12-12T18:05:00.000+05:30अजय भैया, इन शब्दों को अपनी तारीफ भर ना समझें। यह ...अजय भैया, <BR/>इन शब्दों को अपनी तारीफ भर ना समझें। यह साक्षात्कार कई कारणों से मुझे बेहद भाया। पहली तो ये कि फिल्म पत्रकारिता के नाम पर अधिकांश भौड़ापन और अस्तरीय बातों का प्रसार है ऐसे में कुछ सार्थक देने की आपकी निरंतर कोशिश सुकून देती है। दूसरी ये कि अमिताभ बच्चन की शख्सियत और उनका आभामंडल ऐसा है जहां कोई भी पत्रकार अपने पाठकों/दर्शकों के लिए हर बार कुछ नया पा सकता है... इसमें आप इस बार भी सफलSHASHI SINGHhttps://www.blogger.com/profile/15088598374110077013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1878741599429653008.post-5400950833124171392008-12-10T14:11:00.000+05:302008-12-10T14:11:00.000+05:30बहुत अच्छा लगता है इस तरह के लेख पढ़कर , जो फ़िल्मी...बहुत अच्छा लगता है इस तरह के लेख पढ़कर , जो फ़िल्मी गॉसिप से अलग हों, जरूरी नहीं कि वे सब इसी पृष्ठ भूमि के हों लेकिन कुछ बता रहे हों और व्यक्त कर रहें हों उस व्यक्ति के जीवन से ग्रहण करने के योग्य कुछ बातें या फिर प्रसंग.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.com