सिनेमालोक : धरम जी का नया धाम ‘इंस्टाग्राम’

सिनेमालोक
धरम जी का नया धामइंस्टाग्राम

-अजय ब्रह्मात्मज

धर्मेंद्र ने इंस्टाग्राम पर अभी तक कुल 49 तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किये हैं। वे पिछले साल 17 अगस्त को इंस्टाग्राम पर आये।  उन्होंनेयमला पगला दीवाना फिर सेकी एक तस्वीर लगायी,जिसमें वे किसी युवा बाइकर की तरह बाइक की हैंडल पकडे खड़े हैं। उन्होंने लिखा है…. आप के प्यार ने मुझे और करीब आने के लिए प्रोत्साहित किया। 17 अगस्त 2017 से आरम्भ यह सिलसिला जारी है। शुरू के महीनों में उनकी पोस्ट की रफ़्तार धीमी रही है। 10 सितम्बर 2017 को उन्होंने पहला वीडियो पोस्ट किया है।  इस पोस्ट में वे साहीवाल गाय के बछड़े को हथेली में कुछ लेकर खिला रहे हैं। वे कुर्सी पर बैठे हैं और पास में घास की ढेर है।
इन तस्वीरों और वीडियो से लगता है कि उनका ज़्यादातर समय अपने फार्म हाउस पर बीतता है। गौर करें तो वे पालतू जीव-जंतुओं के बीच अधिक समय बिताते हैं या उनकी ही तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करते हैं। यहाँ उनके आसपास तोते,बत्तख,मुर्गियां,कुत्ते,बुलबुल और गाय हैं। इन वीडियो में वे कभी उनसे बातें कर रहे होते हैं तो कभी उनके बारे में बता रहे होते हैं। वे अपने फॉलोवर्स से पूछते भी रहते हैं। आश्वस्त होना चाहते हैं। हर पोस्ट पर उनके प्रशंसक अपनी टिप्पणियां लिखते हैं। धर्मेंद्र उनसे इंटरैक्ट नहीं करते। यहाँ एक मशविरा देना उचित होगा...धरम जी के जो सहयोगी ये वीडियो बनाते हैं,वे वीडियो की साउंड क्वालिटी पर ध्यान दें। धरम जी इतना धीरे-धीरे बोलते हैं की उनकी आवाज़ स्पष्ट सुनाई नहीं पड़ती। इमोशन तो दिख जाता है। उनका लगाव जाहिर होता है। मोहब्बत झलकती है…. लेकिन उनका कहा सुनने के लिए मेहनत करनी पड़ती है।
इंस्टाग्राम पर धरम जी का नामआप का धरमहै। उनके फॉलोवर्स की संख्या अभी 1 लाख से काम है। पोस्ट की फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी तो फॉलोवर्स भी बढ़ेंगे। सोशल मीडिया के इस प्लेटफार्म पर बुजुर्ग धरम जी के दर्शन होते हैं। वे घर-परिवार के बुजुर्गों की तरह अपने समय और यादों को शेयर करते हैं। उन्होंने अपने दोनों बेटों सनी और बॉबी की पहली फिल्मों के गाने भी पोस्ट किये हैं। अपने पोते सनी देओल के बेटे करण की दो तस्वीरें भी शेयर की हैं। इन तस्वीरों में अभी तक हेमा मालिनी और उन दोनों की दोनों बेटियों की कोई तस्वीर नहीं आयी है। उन्होंने पहली पत्नी की तस्वीर भी नहीं डाली है। देओल परिवार अपने परिवार की महिलाओं को लाइमलाइट से दूर ही रखता है। शायद इसी वजह से अभी तक उनकी तस्वीरें नहीं दिखी हैं।
28 सितम्बर 2017 की पोस्ट में उन्होंने वह तस्वीर लगायी है,जो फिल्मफेअर टैलेंट कांटेस्ट के लिए भेजी थी। साथ में लिखा है
हसरत थी परवाज़ लूं
लेकर सबको मैं उडूं
मालिक ने चेहरा पढ़ा
सुनी दिल की मेरी सदा  
उस दौर की एक और तस्वीर इस साल 20 मार्च को पोस्ट करने के साथ उस पर लिखा है
खामोश चीख
तड़पते अरमानों की मेरे
मेरी माँ ने सुन ली थी
इसी क्रम में 30 सितम्बर 2017 को अपनी मिरर इमेज के साथ उन्होंने लिखा है
नौकरी करता साइकिल पर आता जाता
फ़िल्मी पोस्टर में अपनी झलक देखता
रातों को जगता उन्होने ख्वाब देखते
सुबह उठता आईने से पूछता
मैं दिलीप कुमार बन सकता हूँ क्या ?
उन्होंने दिलीप कुमार की दो तस्वीरें पोस्ट की हैं। उन्हें जन्मदिन की बधाई भी दी है। शशि कपूर और अर्जुन हिंगोरानी की मौत पर उन्हें याद किया है। पृथ्वीराज कपूर को पूरी इंडस्ट्री पापाजी कहती थी।  धरम जी ने भी उन्हें इसी नाम से याद किया है।इंडस्ट्री के दोस्तों और अग्रजों के साथ वे अपने फॉलोवर्स को बार-बार सम्बोधित करते हैं। दिल की ख़ुशी बताते हैं। एक पोस्ट में वे आर्गेनिक खेती की बात करते हैं. उन्होंने सर पर टोकरी उठा राखी है। एक और पोस्ट में वे बछड़ों के लिए नाद में चारा डालते नज़र आते हैं। फिर किसी किसान की तरह कंधे पर टोकरी रख लेते हैं। यूँ लगता है कि अपनी जड़ों को नहीं लौट पाने की कमी वे फार्म हाउस में पूरी करने के साथ नयी जड़ें डाल रहे हैं। कोई मनोवैज्ञानिक या सोशल मीडिया एक्सपर्ट उनकी पोस्ट के आधार पर उनकी वर्तमान मानसिक अवस्था और स्वाभाव के बारे में ठीक से बता सकता है।
और हाँ,वे अपने फॉलोवर्स को दिवाली और होली की बधाई देना भी नहीं भूले हैं।  
मीडिया क्रिटिक विनीत कुमार धर्मेन्‍द्र के इंस्‍टाग्राम को उनके जीवन का विस्‍तार मानते हैं। उनके शब्‍दों में... ऐसे दौर में जबकि सोशल मीडिया महज अपनी फिल्मों की प्रोमोशल और एक-दूसरे से हिसाब चुकता करने का माध्यम बनकर रह गया है, धर्मेन्द्र का इंस्‍टाग्राम आप का धरम एक दूसरी ही दुनिया में ले जाता है. इसे आप चाहें तो अपनी जड़ की तरफ लौटना भी कह सकते हैं.

गायों को चारा खिलाते धर्मेन्द्र, मुर्गियों को दाना देते धर्मेन्द्र और सिर पर अनाज की टोकरी रखकर खेतों से गुजरते धर्मेन्द्र. ये वो तस्वीरें हैं जो उन्हें सिल्वर स्क्रीन वाली छवि से घरेलू होने का एहसास कराती है. घरेलूपन और रोजमर्रा का जीवन इन तस्वीरों में जितनी मजबूती से उभरकर सामने आते हैं वो इस टाइमलाइन से गुजरनेवाले लोगों को समझने में मदद करती है कि सोशल मीडिया अपने कारोबार का विस्तार देने के अलावा जीवन का विस्तार देने का भी माध्यम हो सकता है.
बॉलीबुड के ज्यादातर सितारे जहां अपने कारोबार और राजनीतिक करिअर को यहां खींचकर लंबा करने में लगे हैं वहीं धर्मेन्द्र इसके जरिए जिंदगी का विस्तार देते जान पड़ते हैं.

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

फिल्‍म समीक्षा : आई एम कलाम