...तब ज्यादा मेहनत करता हूं-रोहित शेट्टी

दबाव में ज्यादा मेहनत करता हूं-रोहित शेट्टी
-अजय ब्रह्मात्मज
    रोहित शेट्टी इस दौर के कामयाब निर्देशक हैं। ‘सिंघम रिटन्र्स’ उनकी दसवीं फिल्म है। अजय देवगन और अभिषेक बच्चन के साथ उनकी पहली फिल्म ‘जमीन’ 2003 में आई थी। फिल्म को दर्शकों ने अधिक पसंद नहीं किया था। तीन सालों की तैयारी और सोच-विचार के बाद उन्होंने अजय देवगन के साथ ‘गोलमाल’ बनाई तो सभी सशंकित थे। अजय देवगन उसके पहले एक्शन स्टार या फिर इंटेस एक्टर के तौर पर जाने जाते थे। संदेह यही था कि क्या कॉमिक रोल में रोहित अजय देवगन अपने प्रशंसको और दर्शकों को संतुष्ट कर पाएंगे? आशंका तो रोहित और अजय के भी मन में थी,लेकिन उन्होंने नाप-तौल कर जोखिम उठाने की हिम्मत की थी। फिल्म चलीइ और खूब चली। इतनी चली कि अब ‘गोलमाल 4’ की बात चल रही है। उसके बाद दो और फिल्मों में रोहित को जबरदस्त कामयाबी नहीं मिली। ‘संडे’ और ‘आल द बेस्ट’ ने भी सामान्य बिजनेस किया। अभी तक रिलीज हुई उनकी नौ फिल्मों में से छह ने दर्शकों को खुश किया है। इस बीच 2011 में उन्होंने ‘सिंघम’ बना कर यह साबित कर दिया के वह केवल कॉमेडी में ही कामयाब नहीं हैं। एक्शन पर भी उनकी पकड़ है। तीन सालों के बाद एक बार फिर वे एक्शन फिल्म ‘सिंघम रिटन्र्स’ से रिटर्न कर रहे हैं।
    रोहित शेट्टी अच्छी तरह जानते हैं कि दर्शक उनकी फिल्में पसंद करते हैं। अभी फिल्म इंडस्ट्री का हर छोटा-बड़ा स्टार और बैनर उनके साथ उनकी शर्तों पर फिल्में करने के लिए तैयार है। पिछले साल ‘चेननई एक्सप्रेस’ से उन्होंने शाहरुख खान की लड़खड़ाती पोजीशन ठीक की। खबर है कि उनकी अगली फिल्म भी शाहरुख खान के साथ होरी,जिसमें अर्जुन कपूर और वरुण धवन भी हो सकते हैं। फिलहाल ‘सिंघ रिटन्र्स’ की बात करें तो रोहित शेटअी पहले की तरह ही किसी प्रकार का दावा नहीं करना चाहते। वे कहते हैं,‘मैंने कभी कुछ कर दिखाने का दावा नहीं किया है। पूरी सोच और मेहनत से फिल्में बनाता हूं। दर्शक तय करते और बताते हैं कि फिल्म अच्छी लगी कि नहीं? और अगर अच्छी लगी तो क्या खास बात है? अभी इतना ही कह सकता हूं कि पिछली फिल्म से ज्यादा और खतरनाक एक्शन है। अभी वे मुंबई पुलिस के अधिकारी हैं। उनका प्रमोशन हो चुका है। वे डीसीपी हैं।’ वे आगे जोड़ते हैं,‘हमारी पहली कोशिश यही रही कि किसी प्रकार का दोहराव नहीं हो। गौर करें तो ‘सिंघम’ के बाद ऐसी कई फिल्में आई हैं,जिनमें उसी प्रकार का एक्शन था। कुछ नया करना था या फिर पुराने को ही नए ढंग से करने की चुनौती थी।’
    कामयाबी की राह कठिन होती है। निरंतर कामयाबी से दबाव भी बढ़ जाता है। रोहित शेट्टी मानते हैं कि दबाव रहता है,‘यह नई बात नहीं है। हर नई फिल्म के साथ लोगों की अपेक्षाएं और शंकाएं बढ़ जाती हैं। मुझ पर या मेरी यूनिट पर बाहरी दबाव ज्यादा रहता है। मैंने महसूस किया है कि कुछ लोग इसी फिक्र में रहते हैं कि हम से कोई चूक हो रही है कि नहीं? मैं अपनी मेहनत बढ़ा देता हूं। अभी तक तो दर्शकों का साथ मिला है।’ ‘सिंघम रिटन्र्स’ की नायिका बदल गई हैं? अब करीना कपूर आ गई हैं। रोहित बताते हैं,‘ करीना कपूर के साथ मैं पहले भी काम कर चुका हूं। इस बार कहानी बदल गई है,इसलिए सारे किरदार बदल गए हैं। फिल्म में मुख्य खलनायक की भूमिका में अमोल गुप्ते हैं। उनकी सलाह तो मेरे एक एडी ने दी थी। अच्छी बात है कि उन्होंने अधिक फिल्में नहीं की हैं।उनके साथ जाकिर हुसैन भी हैं। अनुपम खेर अहम रोल में दिखेंगे। फिल्म का फोकस लॉ एंड आर्डर ही है,लेकिन इस बार काले धन का मामला है। बाजीराव सिंघम को इस फिल्म में अधिक खतरनाक लोगों से टकराना है।’
    हिंदी फिल्मों में मुंबई और और मुंबई के पुलिस अधिकारी आते रहे हैं। शहर और पुलिस की खास छवि बन चुकी है। रोहित के शब्दों में,‘हमलोगों ने अलग होने की कोशिश की है। माहिम के मखदूम शाह दरगाह और गेटवे ऑफ इंडिया पर भी शूटिंग हुई है। कॉटन ग्रीन और रे रोड को दर्शक पहली बार देखेंगे। हमें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। मुंबई के पुलिस अधिकारियों की मदद मिली। दरअसल,बाजीराव सिंघम अपनी ईमानदारी औी कर्तव्यनिष्ठा से पुलिस विभाग में पॉपुलर है। उन्हें भी फख्र होता है। हमने रियल पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों के साथ भी शूटिंग की है।’
    निश्चित समय में फिल्म पूरी कर लेने के राज के बारे में पूदने पर वे कहते हैं,‘मेरे सामने हमेशा रिलीज की तारीख रहती है। मैं फिल्मों की रिवर्स प्लानिंग करता हूं। पहले ही दिन से उल्टी गिनती चालू हो जाती है। मेरी टीम के सदस्य नहीं बदलते। एक फिल्म की शाूटिंग चल रही होती है तो अगली लिखी जा रही होती है। शाहरुख खान के साथ होने वाली फिल्म लिखी जा चुकी है। मैं दिन-रात एक कर देता हूं। मैं वैसे निर्देशकों में से नहीं हूं,जो एक फिल्म बनाने के बाद दो साल आराम करते हैं या सोचते रहते हैं। यही मेरी रोजी-रोटी है। यही एक काम आता है मुझे।’
   
   

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