आमिर खान या शाहरुख़ खान


सिर्फ़ मीडिया ही नहीं,आम दर्शकों की भी रूचि होती है.हम सभी पैदाइशी होड़ में रूचि लेते हैं.बचपन में ही हमारे प्रतियोगिता हमउम्र बच्चों से करवाई जाती है.अरे,देखो तो कैसे दोड़ता है मुन्ना... यह तो राजू से आगे निकल जाएगा ... बेटा दौड़ो तो और हम तब से कभी अपनी खुशी तो कभी दूसरों के रोमांच के लिए दौड़ते रहते हैं.दुनिया की होड़ में शामिल हो जाते हैं।

आदिम ज़माने में शिकार,मुर्गाबाजी ,पतंगबाजी,घुड़दौड़ ,स्वयंवर,परीक्षा,नौकरी,प्रेम,शादी,बच्चों की परवरिश हर समय और जगह एक होड़ चलती रहती है.यह इंसानी फितरत है.मनुष्य की आदिम प्रवृत्ति है.इन दिनों क्रिकेट,फुटबॉल और राजनीती तक में इस होड़ और उठापटक के दर्शन होते हैं.हमें आनंद मिलता है.हम स्फुरित होते हैं और परम आनंद की लालसा में होड़ को बढ़ावा देते हैं।
आजकल हिन्दी फिल्मों के दो पॉपुलर स्टार में ऐसी ही होड़ की कल्पना की जा रही है.माना जा रहा की शाहरुख़ खान और आमिर खान के बीच आगे रहने की ज़ंग चल रही है.इस ज़ंग का अलग-अलग कोणों से चित्रण किया जाता है.बताया जाता है की इस चक्र में कौन आगे रहा और कौन पीछे सरकता नज़र आ रहा है.लोकप्रियता सूची में शीर्ष पर कौन है?यह कैसे तय होगा?दोनों की आमदनी से या किसी और चीज से?लोकप्रियता आंकने का कोई पैमाना नहीं होता.एक फ़िल्म चल जाए तो शाहरुख आगे,दूसरी चल जाए तो आमिर आगे।
संयोग से १५ दिनों के अन्दर दोनों खान की फिल्में रिलीज़ हो रही हैं.शाहरुख़ की फ़िल्म 'रब ने बना दी जोड़ी' दर्शकों के बीच अधिक पसंद नहीं की गई.उसके कलेक्शन को बढ़ा-चढ़ा कर बताया जा रहा है. सच यह है की आदित्य चोपड़ा और शाहरुख़ खान की फ़िल्म के लिए ७०-८०% का कलेक्शन मुनाफे का सौदा नहीं कहा जा सकता.इस तर्क में कोई तुक नहीं है की फ़िल्म की लगत कम है,इसलिए आमदनी ज्यादा होगी.अब आमिर की 'गजनी' आ रही है। 'गजनी' का जोरदार प्रचार हो रहा है.माना जा रहा है की आमिर खान की यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर नए रिकॉर्ड कायम करेगी।

आप क्या सोचते हैं?यह होड़ कितनी उचित है?और क्या सचमुच आमिर बनाम शाहरुख़ का माहौल है?अपनी राय लिखें और दाहिनी तरफ़ चल रहे पोल में हिस्सा लें.आप किस के पक्ष में हैं?
नए ज़माने की इस होड़ में आमिर और शाहरुख़ में से कौन आगे रहेगा?हम अपनी आदिम प्रवृत्ति के साथ जिज्ञाशु हैं.क्या आप इस जिज्ञाशा में शामिल नहीं हैं?

Comments

Unknown said…
जहाँ तक मेरा मानना है प्रतिस्पर्धा जरुरी है किसी भी छेत्र में ...हाँ लकिन ये प्रतिस्पर्धा हेल्दी होनी चाहिए ......
आगे बढ़ने के लिए ये जरुरी है लकिन इसे अच्छे नजर से देखा जाना चाहिए .....
जहाँ तक बात है आमिर और शाहरुख की तो मैं तो आमिर का फैन हूँ...मैं बस इतना कह सकता हूँ की ......
शाहरुख खान ......aim hit , aim hit, aim hit,aim hit...

आमिर खान..........aim,aim,aim,aim,aim then hit....
इस मामले पर असीमित बहस हो सकती है पर मेरी नजर में आमिर बेस्‍ट है
हर मामले में वो शाहरुख से बेहतर हैं

आमिर अपने लिए काम करते हैं और शाहरूख सिर्फ हिट के लिए

आमिर एक थीम लेकर चलते हैं और शाहरुख खान का एक ही मकसद है पैसा कमाना

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