शुक्रवार,१२ अक्टूबर, 2007


लो आ गया सुहाना शुक्रवार.आज प्रियदर्शन की फिल्म भूल भुलैया और प्रदीप सरकार की लागा चुनरी में दाग रिलीज हो रही हैं.प्रियदर्शन की फिल्म पहले तमिल और मलयालम में बन चुकी है और चवन्नी को किसी ने बताया कि दोनों भाषाओं में यह सफल भी रही थी.देखना है कि हिंदी में क्या हश्र होता है.चवन्नी को तो अजय ब्रह्मात्मज की समीक्षा का इंतज़ार है.वैसे इस बार प्रियदर्शन ने अक्षय कुमार,परेश रावल और राजपाल जैसे पालतू कलाकारों के साथ ही शाइनी आहूजा और विद्य बालन को जोडा है.

विद्य बालन इधर आ गयीं और उधर अपने पहले निर्देशक प्रदीप सरकार की फिल्म लगा चुनरी में दाग छोड दी.इस फिल्म में दादा ने उन्हें कोंकणा का रोल दिया था.लगा चुनरी में दाग बनारस की पृष्ठभूमि पर बनी पारिवारिक फिल्म है.दो बहने हैं.बड़ी को परिवार की जिम्मेदारी संभालनी पड़ती है ताकि छोटी पढ़ाई कर सके.बड़ी ज़िन्दगी की अँधेरी गुफाओं में समां जाती है और फिर जब एक बार छोटी को उसकी सच्चाई कि जानकारी मिलती है तो उसे अपना वजूद सालने लगता है.

दादा प्रदीप सरकार से उम्मीद है कि वे एक पारिवारिक फिल्म दिखायेंगे.

इस हफ्ते शाहरुख़ खान ओम शांति ओम की टीम के साथ रैंप पर उछल-कूद करते रहे.चवन्नी ने अपना असमंजस कल आपके सामने रखा ही था.अरे हाँ आशुतोष गोवारिकर की जोधा अकबर और आमिर खान की तारे ज़मीन पर के ट्रेलर एक साथ सिनेमाघरों में पहुंच रहे हैं.कुछ लोग इसे दोस्तो के मुक़ाबले के रूप में पेश कर रहे हैं.फिर से आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतज़ार रहेगा.

Comments

Anonymous said…
now you are becoming a habbit.thanks for your kind information.
i have never seen such an interesting blog on hindi films.keep it up.
Sajeev said…
चवन्नी भूल भुलैया का मलयालम रूप का जिक्र मैंने www.dekhasuna.blogspot.com किया है कभी मौका मिले तो जरूर देखना शोभना के लिए, देखते हैं अक्षय और विद्य बालन कहाँ तक उन जटिल किरदारों को निभा पाते हैं

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